एमडीएस यूनिवर्सिटी से मार्कशीट और अन्य दस्तावेज की डुप्लीकेट प्रति प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट्स को निकट भविष्य में अजमेर आने की आवश्यकता नहीं होगी। इन दस्तावेज के लिए आवश्यक फीस जमा कराने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की जा रही है। संभावना है कि अगले महीने से यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी से संबद्ध करीब 400 कॉलेज हैं और शहर के अलावा संभाग के विभिन्न जिलों में भी स्थित हैं। आमतौर पर डुप्लीकेट दस्तावेज प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थी को सीधे यूनिवर्सिटी ही आना पड़ता है। यहीं आकर उसे फॉर्म भरकर और फीस भी ऑफलाइन ही जमा करानी पड़ती है।
कई बार ऐसा भी होता है कि इस यूनिवर्सिटी का पासआउट स्टूडेंट संभाग के बाहर भी अन्य जिलों में कहीं भी हो सकता है। ऐसे में उन्हें बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। इन सब परेशानियों को देखते हुए यूनिवर्सिटी अब नवाचार करने जा रहा है।
डाक से भी भेजे जा सकेंगे दस्तावेज
यूनिवर्सिटी अब यह व्यवस्था करने जा रही है कि जिस अभ्यर्थी को डुप्लीकेट दस्तावेज की आवश्यकता हो, उसे अजमेर ही नहीं आना पड़े। कुछेक मामले जैसे दस्तावेज खो गया जिसमें एफआईआर की प्रति आवश्यक है, इस तरह के मामलों में तो स्टूडेंट को आना होगा। अन्य सामान्य मामलों में ऑनलाइन ही आवेदन हो जाए और फीस जमा हो जाए, इसकी व्यवस्था की जा रही है।
यूनिवर्सिटी स्टूडेंट को दोनों विकल्प प्रदान करेगी। यदि वह फीस जमा कराने के बाद दस्तावेज लेने स्वयं आना चाहे तो खुद ले जाए। अन्यथा डाक का शुल्क जमा करादे ताकि यूनिवर्सिटी खुद उसके पते पर दस्तावेज भेज सके।
अभी कंपनी से और डेमो करवाए जाएंगे
यूनिवर्सिटी की परीक्षा व गोपनीय शाखा द्वारा अभी कंपनी को और डेमो कराने के लिए कहा है। जो कठिनाइयां सामने आई हैं, पहले उन्हें सही कराया जाएगा। फिर वापस देखा जाएगा और लगा कुछ और तकनीकी इश्यू हैं, तो उन्हें और दिखाया जाएगा।
विश्वविद्यालय का प्रयास है कि अगले महीने से यह नवाचार शुरू किया जा सकता है। तैयारी इसी हिसाब से कराई जा रही है।
रोजाना 100 से अधिक दस्तावेज निकलते हैं: विश्वविद्यालय के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रतिदिन विश्वविद्यालय से यूजी पीजी और अन्य कोर्सेज के 100 से अधिक डुप्लीकेट दस्तावेज बनते हैं। संभाग के विभिन्न जिलों से स्टूडेंट्स को खुद यहां आना होता है।
अभी परीक्षा फीस और एडमिशन फीस ही ऑनलाइन: विश्वविद्यालय द्वारा वर्तमान में परीक्षा फीस और एडमिशन फीस ही ऑनलाइन जमा कराने की व्यवस्था कर रखी है। इसका फायदा भी छात्रों को मिल रहा है। अब डुप्लीकेट दस्तावेज की भी फीस ऑनलाइन जमा होने लगेगी तो मौजूदा छात्रों के साथ ही पूर्व छात्र-छात्राओं को भी राहत मिल सकेगी।
Leave a Comment