रेलवे बोर्ड ने रेलवे की डी ग्रुप लेवल -1 की भर्तियों के योग्यता संबंधित मापदंडों में बदलाव किए हैं। नए मापदंड में लेवल 1 में आईआईटी डिप्लोमा की अनिवार्यता को हटाकर केवल 10वीं पास कर दिया है। नए आदेशों के बाद कक्षा 10वीं योग्यताधारी अभ्यर्थियों को राहत मिली है।
इधर, देशभर के करीब 8 लाख आईटीआई डिप्लोमाधारी अभ्यर्थी इससे चिंतित है। उनका कहना है कि बोर्ड ने 2018-19 के बाद तकनीकी विभाग की ग्रुप डी भर्तियों में आईटीआई अनिवार्यता का नोटिफिकेशन जारी किया था। लेकिन यह योग्यता हटा दी है। इसमें 32 हजार भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। 23 जनवरी से 22 फरवरी तक आवेदन होंगे।
भर्ती योग्यता में तकनीकी और अन्य विभागों के लिए आवेदक का 10वीं पास होने के साथ राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रमाणपत्र या आईटीआई डिप्लोमा जरूरी था। रेलवे बोर्ड ने 2 जनवरी 2025 को नया आदेश जारी किया है। नए आदेश में लेवल-1 (पूर्ववर्ती ग्रुप-डी) पदों पर भर्ती के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता मानदंडों में रियायत दी है।
टेक्निकल पोस्ट में आईटीआई की योग्यता
रेलवे में तकनीकी भर्तियो में 10वीं पास योग्यता होने से उच्च योग्यताधारी अभ्यर्थियों का सेलेक्शन होने पर ग्रुप-डी का कार्य भारी होने से वे जॉब छोड़कर चले जाते हैं। रेलवे की पूरी भर्ती प्रक्रिया और ट्रेनिंग के बाद भी अनुभवी स्टाफ नही मिल पाता है।
2018-19 के बाद जारी होने वाली सभी तकनीकी विभाग की ग्रुप-डी भर्तियो में आईटीआई की अनिवार्यता लागू कर आईटीआई के लिए प्रोत्साहित किया था। लेकिन, अब इसमें आईटीआई योग्यता को हटा दी गई। जिन अभ्यर्थियों ने आईटीआई की है, उनके भविष्य पर खतरा बना है।
रेलवे में ग्रुप डी की टेक्निकल पोस्ट में आईटीआई और नॉन टेक्निकल भर्ती में 10वीं पास रखें तो रेलवे के लिए बेहतर होगा।